एक भेड़िया बना वजह एक यहूदी के ईमान लाने की:
एक बार मदीना मुनव्वरा के किसी इलाके में एक चरवाहा अपनी बकरियों को चरा रहा था। तभी अचानक एक भेड़िया आया और बकरियों के झुंड में घुसकर एक बकरी को पकड़ लिया और उसे लेकर भाग गया।
जब चरवाहे ने यह देखा, तो उसने दौड़कर भेड़िए का पीछा किया और बड़ी मेहनत से उस भेड़िए से बकरी को छुड़ा लिया।
भेड़िए ने एक टीले पर चढ़कर साफ़ भाषा में कहा: ऐ चरवाहे! अल्लाह ने मुझे यह रिज़्क दिया था लेकिन अफसोस, तुमने मुझसे छीन लिया।
चरवाहा यह सुनकर हैरान रह गया और बोला: एक भेड़िया बोलता है? ये तो हैरत की बात है!
भेड़िए की तौहीद की गवाही:
भेड़िए ने फिर से बात की और कहा: इससे भी बड़ी हैरत की बात यह है कि मदीना शरीफ में एक ऐसी हस्ती मौजूद है जो तुम्हें वो सब बता देती है जो गुज़रा और जो आने वाला है, लेकिन तुम उस पर ईमान नहीं लाते!
चरवाहा मुसलमान बन गया
वह चरवाहा जो पहले यहूदी था, भेड़िए की इस बात से बहुत प्रभावित हुआ। उसने फौरन हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में हाज़िर होकर इस्लाम कबूल कर लिया।
इस वाक़िए से हमें क्या सिख मिलती है:
इस वाक़िए से हमें ये सिख मिलती है कि अल्लाह अपनी मख़लूक़ात से भी कभी-कभी हक़ और सच्चाई की गवाही दिलवाता है। जब एक जानवर अल्लाह की तौहीद और नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की रिसालत की गवाही दे सकता है, तो इंसान होकर हमें तो और ज़्यादा ईमान लाना और उस पर अमल करना चाहिए।