हज़रत मूसा (अ.स.) और जानवरों की बोलियाँ
मौत से भागना क्यों नामुमकिन है?: इस्लामिक इतिहास में कई ऐसे वाक़िआत (किस्से) मिलते हैं जो हमें नसीहत देते हैं […]
मौत से भागना क्यों नामुमकिन है?: इस्लामिक इतिहास में कई ऐसे वाक़िआत (किस्से) मिलते हैं जो हमें नसीहत देते हैं […]
इल्म और सब्र की मिसाल – हज़रत मूसा और खिज़्र का वाक़िया: एक बार हज़रत मूसा (अलैहिस्सलाम) ने बनी इस्राईल
अल्लाह की नाफरमानी और उसके अंजाम की सीख: क़ौम-ए-आद एक बहुत ताक़तवर और ज़बरदस्त क़ौम थी जो यमन के रेगिस्तान
क़ौम-ए-समूद और ऊंटनी का वाक़िया: क़ौम-ए-आद की बर्बादी के बाद क़ौम-ए-समूद पैदा हुई। यह लोग हिजाज़ और शाम के बीच
अल्लाह पर भरोसे की मिसाल: हज़रत अय्यूब अलैहिस्सलाम अल्लाह के नबी थे, जिन्हें हर तरह की नेमतें मिली थीं —
हज़रत सुलेमान की हुकूमत और परिंदों की बातचीत: अल्लाह तआला ने हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम को एक ऐसी शान और ताक़त
हज़रत दाऊद और सुलेमान (अ.स.) की अनोखी अदालत: हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम के दौर में एक दिन दो आदमी उनकी अदालत
सच्ची माँ की पहचान: हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम के ज़माने में दो औरतें रहती थीं। दोनों की गोद में छोटे-छोटे बेटे
इंसान की मौत का वक्त और जगह तय है: हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम के दरबार में एक दिन एक आदमी घबराया
हराम निकाह से इनकार और शहादत का वाक़िया: हज़रत याह्या अलैहिस्सलाम के ज़माने में एक बादशाह था। उसकी बीवी उम्रदराज़