तीन रातों का अजीब वाकिया जिसमें एक चोर निकला शैतान:
इस्लामी तारीख के अनगिनत वाक़ियात में से एक बड़ा ही रोचक और इबरतनाक वाकिया हज़रत अबू हुरैरा (र.अ.) से जुड़ा है। एक बार हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने उन्हें फ़ित्रे के माल (صدقہ فطر) की रखवाली के लिए नियुक्त किया। हज़रत अबू हुरैरा (र.अ.) रातभर उस माल की निगरानी करते रहे।
एक रात एक चोर आया और माल चुराने लगा। अबू हुरैरा (र.अ.) ने उसे पकड़ लिया और कहा कि तुम्हें रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पास ले चलूंगा। लेकिन चोर ने दया की भीख मांगी और कहा कि वह बहुत गरीब है और उसका परिवार भूखा है। अबू हुरैरा (र.अ.) को दया आ गई और उन्होंने उसे छोड़ दिया।
सुबह जब वह हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बारगाह में पहुंचे, तो आपने मुस्कुराते हुए पूछा: अबू हुरैरा, तुम्हारे रात वाले कैदी ने क्या किया? अबू हुरैरा (र.अ.) ने सारी बात बताई। रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: उसने तुमसे झूठ बोला, वह फिर आएगा।
दूसरी रात वही चोर फिर आया और माल चुराने की कोशिश करने लगा। अबू हुरैरा (र.अ.) ने फिर पकड़ लिया और उसने फिर वही दलील दी। और फिर उन्होंने उसे छोड़ दिया।
तीसरी रात जब चोर फिर आया, तो अबू हुरैरा (र.अ.) ने उसे सख्ती से पकड़ लिया और कहा: इस बार मैं तुम्हें हरगिज़ नहीं छोड़ूंगा। तब चोर ने कहा, मैं तुम्हें कुछ ऐसा सिखाता हूं जो तुम्हारे लिए फायदेमंद होगा: जब सोने जाओ तो आयतुल कुर्सी पढ़कर सोया करो, इससे अल्लाह तुम्हारी हिफाज़त करेगा और शैतान पास नहीं आएगा।
अबू हुरैरा (र.अ.) ने उसे जाने दिया और सुबह हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को पूरी कहानी बताई। आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया: उसने सच्ची बात कही, लेकिन वह झूठा है… जानते हो वह कौन था? वह शैतान था!
इस वाक़िये से हमें क्या सीख मिलती है?
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आयतुल कुर्सी की फ़ज़ीलत बहुत बड़ी है — यह शैतान से हिफ़ाज़त करती है।
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नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बशारतें और खबरें हमेशा सच्ची होती हैं।
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इंसान को कभी सतर्कता छोड़नी नहीं चाहिए, चाहे सामने वाला कितना भी मासूम क्यों न लगे।